क्रांतिकारी मजदूर संघ ने तहसील बाबई को सौंपा ज्ञापन,
होशंगाबाद- ग्राम बगलोन कालोनी स्थित आवासीय क्षेत्र में से डीपी उतारने तहसीलदार को ज्ञापन दिया, ग्राम बगलोन कॉलोनी जो कि ग्राम आरी से लगी हुई है इसमें हमारे किसान मजदूर साथी अपने सह परिवार के साथ रहते हैं शनिवार के दिन लाइनमैन के द्वारा यह कहकर डीपी उतार ली गई कि यह जल गई है और यहां पर दूसरी बीपी लाकर लगाना पड़ेगा और उस डीपी के लिए आपको ₹5000 देना होगा किसानों के साधन से बिजली ऑफिस ले जाया गया जबकि यह विभाग का काम होता है उसके बाद भी हमारे किसान मजदूर कितना प्रताड़ित हो रहा है हमारे किसानों के द्वारा जो भी पैसा जमा किए जाते हैं वह राशि 5000 से लेकर ₹10000 तक की रशीद हमारे किसानों को दी जाए और यह पैसा उनके बिल में कम किया जाए, ना की किसी सेवा के नाम से लिया जाए जब क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन ने विभाग के JE व AE से इस विषय मे जानकारी लेते हैं तो स्पष्ट रूप में कहा जाता है कि हमें तो मालूम ही नहीं कहां की डीपी उतारी गई है यह बड़ा गंभीर लगता है कि बिना परमिशन एवं बिना अधिकारी की जानकारी मे आए बिना लाइनमैन किस प्रकार डी पी को उतार देगा, मजदूरों के साथ अन्याय हो रहा है यह आपको संज्ञान दिलाना चाहेंगे विगत 1 वर्ष पहले यहां पर 63 की डीपी थी और जिसको किसी अन्य ट्रैक्टर ट्राली के द्वारा दूसरी जगह ले जाया गया और यहां पर 25 की डीपी लगाई गई जब यहां 63 की डीपी थी तो बिना अनुमति के यह डीपी निकालकर कहां लगा दी गई यह भी एक जांच का विषय है आप घटनास्थल पर जाकर स्वयं ही किसानों के समक्ष सारी सच्चाई जाने एवं किस प्रकार से इन को प्रताड़ित किया जाता है जब कोरोना महामारी बीमारी देश में पैर पसार रही थी और भीषण गर्मी पड़ रही थी जब इन्हीं लाइनमैनो के द्वारा लाइट को काट दिया गया था और नायब तहसीलदार अतुल श्रीवास्तव द्वारा संज्ञान लेते हुए तत्काल केबिल को जूड़वाया गया था और भीषण गर्मी में किसान मजदूरों को राहत मिली, उनका ही प्रयास था आज पुनः शासन प्रशासन की जरूरत इन किसान मजदूरों को पड़ रही है आप इस विषय को गंभीरता से लेते हुए किसान मजदूरों के साथ न्याय किया जाए कि बार-बार इन को प्रताड़ित नहीं हो पाए, अतः इस एक छोटी सी कड़ी को संज्ञान में लेकर जांच की जाए जिससे बड़ी-बड़ी जो घोटाले हो रहे हैं इससे कहीं ना कहीं बाबई तहसील के पर्दे उठेंगे जो डीपीओ में से तेल चोरी या अन्य सामग्री जाती है इसमें एक बहुत बड़ी राहत मिलेगी अतः जांच की जावे। प्रदीप गुप्ता की रिपोर्ट
