अखंड प्रकाश प्रकाशित कर मनाई वाल्मीकि जयंती
बराड़ा, (जयबीर राणा थंबड़)। महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस पर अमृत समय में पावन वाल्मीकि तीर्थ, सिरसगढ़ से लाई गई चार दिवसीय अखंड प्रकाश की लौ (जोत) में से कई आदि धर्म परिवारों ने मोक्षदाता सृष्टिकर्ता वाल्मीकि दयावान जी में पूर्ण विश्वास और आस्था रखते हुऐ आदि धर्म अनुसार आदि नित्यनेम का पाठ कर चार दिन के अखंड प्रकाश का आदि शम्बुक आरम्भ किया और यह पर्व
चौथे दिन के पाठ से संपूर्ण हुआ।
पावन वाल्मीकि प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में सृष्टिकर्ता वाल्मीकि प्रतिमा, लगातार हर वर्ष की तरह, इस चार दिवसीय अखंड प्रकाश की जोत स्थापित होने पर आदि अर्चना (पूजा) हेतु चार दिवसीय पावन योगविशिष्ठ- आदि नित्यनेम के पाठ का आदि शम्बूक (आरम्भ) सृष्टिकर्ता वाल्मीकि अनन्त (मन्दिर) डुलियाना में हुआ।
पावन वाल्मीकि प्रकट दिवस, सृष्टिकर्ता वाल्मीकि प्रतिमा (मूर्ति) की स्थापना और चार दिवसीय अखंड प्रकाश की सभी को बहुत बहुत मुबारक़बाद दी
सृष्टिकर्ता वाल्मीकि प्रतिमा के दर्शन कर, पावन वाल्मीकि तीर्थ से आई अखंड प्रकाश की लौ जोत वाल्मीकि मंदिर गाँव डुलियाना में स्थापित की गई। उसके बाद जिसमें हवन यज्ञ और भंडारा का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि बराड़ा के थाना प्रभारी वीरेंद्र वालिया जी ने कहा कि हम सभी को प्रभु वाल्मीकि जी जी द्वारा बताया हुए नेकी के बताया रास्ते पर चलना चाहिए और अपने कर्तव्यों का पालन हमें भलीभांति समझना होगा, जिससे की हम समाज का भला कर सकेंगे और समाज में दुसरे लोगों में भी ज्ञान का प्रकाश कर सकें। यह प्रभु वाल्मीकि जी का प्रकाश उत्सव है। इस अवसर पर विशिष्टअतिथि समाजसेवी अनिल चढ्ढा
ने भी अपने विचार रखे और सभी को बधाई दी।
संरक्षक संतोष फोजी ने
सभी का दिल से धन्यवाद करते हुए गाँव डुलियाना के वासियों, समूह संगत, भगवान वाल्मीकि मन्दिर धर्मशाला कमेटी, पावन वाल्मीकि अखंड प्रकाश प्रचार-प्रचार टीम, सभी अलग-अलग धार्मिक- राजनीति संगठनों के नेता- कार्यकर्तायों, सेवको, दानी सजनों और मेहनती, ईमानदार और लगनशील साथियों के सहयोग के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद किया। सृष्टिकर्ता वाल्मीकि दयावान आप सभी पर अपनी कृपा बना के रखे आपका जीवन वाल्मीकिमय हो सभी को मुबारकबाद दी और कहा कि यह हमारा प्रयास ऐसे ही चलता रहेगा। इस अवसर पर बलबीर लोहट, देव, गगन, मामचंद, अजुऺन, अंकित, गौरव, लोकीत, गुरमीत, विशाल आदि मोजूद रहे।
