हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को सुव्यवस्थित किया जाएगा एक दिसम्बर से संस्थागत प्रसव प्रारंभ करें – श्री कियावत
भोपाल संभाग के सभी जिलों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को सुव्यवस्थित कर आगामी एक दिसम्बर से संस्थागत प्रसव प्रारंभ किए जाएंगे। संभाग आयुक्त श्री कवीन्र् कियावत ने आज गुरूवार को संभाग के सभी जिलों के सीएमएचओ और महिला बाल विकास अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं। बैठक में ग्रुप डिस्कशन के आधार पर सुनियोजित रणनीति भी तय की गई।
श्री कियावत ने संसाधनों की उपलब्धता के साथ ही प्रशिक्षण के बाद भी इस महत्वपूर्ण कार्य में रूचि नहीं लेने वाले कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर और अन्य पैरामेडीकल स्टाफ की सेवाएं समाप्त करने की चेतावनी भी दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि घर पर डिलेवरी नहीं की जाए। उन्होंने कहा कि कोविड के कारण घरों पर ही प्रसव की स्थिति ठीक नहीं है।
श्री कियावत ने निर्देश दिए हैं कि जिला स्तर के अधिकारियों की एक टीम बनाकर चिन्हित प्रसव केंद्रों का भ्रमण कर प्रारंभ किए जाने वाले केंद्रों की पर्याप्त व्यवस्था, सामग्री, उपकरण, बिल्डिंग की स्थिति, स्टाफ की व्यवस्था, आईईसी सामग्री का प्रदर्शन आदि सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि 29 नवंबर तक हर स्थिति में चिन्हित उप स्वास्थ्य केंद्रों को प्रसव केंद्रों एल-1 के रूप में उन्नयन करना है। उन्होंने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को बहुउपयोगी बनाया जाए।
जिला चिकित्सालय द्वारा चिन्हित एवं चयनित प्रसव केंद्रों की एएनएम, सीएचओ की एसबीए ट्रेनिंग होगी। इसके लिए प्रशिक्षण केंद्रों में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ, महिला मेडिकल ऑफिसर, वहाँ प्रसव करा रही स्टाफ नर्स उन्हें प्रशिक्षित करेंगी। प्रशिक्षण एक सप्ताह का होगा।
संभागायुक्त ने हिदायत दी कि प्रसव केंद्रों की सभी एएनएम, स्टाफ नर्स एवं स्टाफ मुख्यालय पर रहेंगे। यदि मुख्यालय पर नहीं रहते है तो उसकी सेवा समाप्ति की कार्यवाही कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति करेंगे। सभी जिलों के उपयंत्री एनएचएम को निर्देशित किया गया कि प्रसव केंद्र निर्धारित तिथि तक व्यवस्थित करें।
बीएमओ तथा सीडीपीओ संयुक्त बैठक कर स्थानीय स्तर पर महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के अमले को बैठक में शामिल कर बैठक के दिशा-निर्देशों से एवं उनके कार्य दायित्वों से अवगत कराएंगे। बैठक में संयुक्त आयुक्त विकास श्री अनिल द्धिवेदी भी उपस्थित थे।