13 साल से विकलांग बांका राम प्रजापत दुखी आर्थिक मदद की गुहार
परेऊ बाड़मेर से वागाराम बोस की रिपोर्ट
बाड़मेर / धोरीमना तहसील क्षेत्र के शंकरपुरा सुदाबैरी निवासी बांकाराम प्रजापत आज से 13 साल पुर्व खेत में कुएं पर पानी की सिंचाई करते समय अचानक कुएं के अन्दर गिरने से रीड्ड की हड्डी टुट गई थी तथा पैर टुट गये थे।जानकारी के अनुसार बांकाराम छठी तक पढा लिखा है। चिकित्सकों ने बांकाराम प्रजापत का इलाज के समय खराब दोनो पैरो को काट दिया था कि वह जीवन जी सके।
ऐसे समय में उसकी पत्नि ने भी उसे छोड चली गई। घर में बांकाराम की एक बेटी है जो आठवीं में पढती है। बांकाराम कही चल फिर नही सकता है केवल खाट पर पडा जीवन जी रहा है।
बांकाराम को सरकारी पेंशन 10हजार व बेटी को पालनहार का 1 हजार रुपये मिल रहे है। पर प्रतिमाह 15 से 18 हजार रुपये घर का खर्चा हो जाता है। ऐसे में घर का खर्चा चलाने के लिए भारी परेशानी हो रही है है। बांकाराम प्रजापत खाट पर पडा पडा अपने मन की बात कहता है कि राजस्थान में कई संस्थाएं चल रही है जो गरीबों का सहयोग करती है। अगर संस्था आगे आए ओर मेरी पिडा जाने तो उस सहयोग से मै गुजारा चला सकु तथा इलाज भी।