नवनीत पांडेय की रिपोर्ट रामानुजगंज बलरामपुर
रामानुजगंज प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज जिला बलरामपुर के तत्वाधान में सतनामी अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा सत्य और अहिंसा के पुजारी, मानवता के प्रतीक, परम पूज्य संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबाजी की जयंती पर्व पर जिला स्तरीय गुरु घासीदास जयंती समारोह का आयोजन किया गया और बाबाजी की जयंती धूमधाम से मनाई गई । कोविड-19 की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की अनुमति के अनुसार यह जयंती सादगीपूर्ण ढंग से मनाई गई ।
कार्यक्रम आदिवासी सामुदायिक भवन में आयोजित की गई। इसमें भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया । शोभायात्रा में संत गुरु घासीदास जी के जीवन दर्शन और उपदेशों को दिखाया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित क्षेत्र के विधायक बृहस्पत सिंह के द्वारा जय स्तंभ की पूजा अर्चना कर शोभा यात्रा को रवाना किया गया । उन्होंने कहा कि बाबाजी ने पूरे मानव समाज को सत्य अहिंसा और मानवता का संदेश दिया है । शोभा यात्रा में सतनाम के अनुयायी बेहद अनुशासित ढंग से, श्वेत वस्त्र धारण किए हुए, मास्क लगाकर, फिजिकल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए चल रहे थे । पंथी गीतो के माध्यम से बाबा जी के जीवन दर्शन और संदेशों को प्रचारित प्रसारित किया गया । सत्य ही ईश्वर है, ईश्वर ही सत्य है, मानव मानव एक समान, जय सतनाम, साहेब सतनाम, 18 दिसंबर अमर रहे, गुरु घासीदास बाबा की जय आदि नारों से नगर गुंजायमान हो उठा । आदिवासी सामुदायिक भवन से होते हुए शोभायात्रा बुद्धू टोला, बस स्टैंड, मुख्य बाजार, गांधी मैदान, चांदनी चौक और लरंग साय चौक से होते हुए जेल रोड रामानुजगंज स्थित आयोजन स्थल पर पहुंचकर विसर्जित हुई । शोभायात्रा के पश्चात गद्दी पूजा, जय स्तंभ पूजा एवं ध्वज पूजन किया गया और बड़ा गोला बनाकर सामूहिक महाआरती किया गया । तत्पश्चात जिलाध्यक्ष डाँ हेमन्त पाल घृतलहरे ने जय स्तंभ में निहित ज्ञान का रहस्योद्घाटन करते हुए एवं आयोजन प्रमुखों के साथ पालो(ध्वज) चढ़ाया। हिमांशु घृतलहरे एवं उत्कर्ष घृतलहरे द्वारा “सतनाम ल धर ले अंचरा म” गीत पर पंथी नृत्य प्रस्तुत किया गया जिस पर एक हजार रुपए पुरस्कार मिला । राजपुर की ओर से कु. माया एवं चाँदसी महिलाँग द्वारा “सतनामी बघवा” गीत पर पंथी नृत्य किया गया और सात सौ रुपए का पुरस्कार प्राप्त किए । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नगर पंचायत के अध्यक्ष रमन अग्रवाल के साथ मिलकर उपस्थित अतिथियों ने बाबाजी के जन्मदिन पर केक काटा । कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पत्रकार विकास केसरी व अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे । विकास केसरी ने कहा कि बाबाजी के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं । अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि बाबाजी ने स्वाभिमान और आत्मसम्मान से जीना सिखाया, हमें उनके बताए सतनाम के रास्ते पर चलने की जरूरत है । डाँ हेमन्त पाल घृतलहरे ने कहा कि सतनाम को सदा स्मरण रखें यही बीज है । उपस्थित जन समुदाय ने दोनों हाथ उठाकर सतनाम के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया । इस गरिमामयी आयोजन में जिले के विभिन्न हिस्सों में कार्यरत सतनामी समाज के अधिकारी कर्मचारी व विभिन्न समुदायों के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन डाँ आर बी सोनवानी ने किया और आभार प्रदर्शन विकास नारंग ने किया । इस अवसर पर भोजन भंडारा एवं प्रसाद वितरण का भी वृहद आयोजन रखा गया था । कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो एस के धारी, बी एल लहरे, रमेश आगरे, विकास नारंग, प्रेम बंजारे, प्रहलाद टंडन, जीतेन्द्र महिलाँग, विश्वनाथ खडवांग, शिव भारद्वाज, चंचल मिरी, सुनील खांडेकर, दुर्गा प्रसाद कोसले, हेमलता घृतलहरे, उर्मिला लहरे आदि का सराहनीय योगदान रहा ।