तीन किसान विधेयक के विरोध में कांग्रेस के आईटी सेल ने खोला मोर्चा।
संपूर्ण प्रदेश में किसानों के सम्मान में निकाली तिरंगा यात्रा।
बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
केंद्र में बैठी भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसान और मजदूर विरोधी है, यह बात स्पष्ट हो गई है। सोमवार को संविधान निर्माता डॉ बीआर अंबेडकर की प्रतिमा स्थल सारनी शापिंग सेटर से कांग्रेस के आईटी सेल के पदाधिकारियों ने किसान के सम्मान में तिरंगा यात्रा निकाली जो यात्रा सारनी के जय स्तंभ चौक पर आकर समाप्त हुई। इस अवसर पर आईटी सेल के जिला अध्यक्ष भूषण कांति ने कांग्रेस के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में जो अनाज की आपूर्ति करता है वही किसान यदि अपने हक और अधिकारों के लिए सरकार से दो-चार हाथ करना पड़े तो समझ लेना कि देश की स्थिति चिंताजनक और नाजुक दौर से गुजर रही है।किसान और मजदूर के कंधे से कंधा मिलाकर ही देश का विकास होता है और इस विकास को विनाश में बदलने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है। किसान केंद्र के तीन विधेयक के विरोध में लगातार धरना प्रदर्शन और आंदोलन कर रही है ऐसी स्थिति को देखते हुए कांग्रेस के आईटी सेल के माध्यम से 28 दिसंबर को संपूर्ण मध्यप्रदेश के पदाधिकारियों के द्वारा किसान के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाली गई है। कांग्रेस आईटी सेल के जिला अध्यक्ष ने कांग्रेस के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी पदाधिकारी ग्रामीण क्षेत्र के छोटे बड़े किसानों से संपर्क करके शासन की योजना उन्हें पर्याप्त मात्रा में दी जा रही है या नहीं इसका आकलन करने के बाद जिला स्तर पर एक अलग आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी जिससे प्रदेश में बैठे भारतीय जनता पार्टी की सरकार को गिरने का कार्य किया जाए। इस अवसर पर तिरुपति ऐरूलू, भगवान जावरे, नरेंद्र वाडीवा, गौतम नागले, पिंटीश नागले, राहुल यादव, संदीप पासवान, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष योगिता डोईफोड़े, राजेश डोइफोड़े, किशोर चौहान, विजय उपराले, नेहरू सिह राजपूत, शांतिलाल पाल, शरद यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी और आईटी सेल के पदाधिकारी तिरंगा यात्रा में शामिल थे।